विजयादशमी

उत्सव का नाम : विजयादशमी
उत्सव समय : अश्विन शु. दशमी 

इयं श्रवणसहिता नवमीयुक्ता चापराह्नव्यापिनी ग्राह्या | दिनद्वये श्रवणयोगेऽपि नवमीयुतैव | उत्तरदिन एव श्रवणयुक्ता तदा तुत्तरैव ||

तिथीविशेष

  • श्रवण नक्षत्रयुक्त विजयादशमी अत्यंत शुभ मानी गयी है |
  • साढ़े तीन मुहूर्तोंमेंसे एक माने जाने के कारण यह विद्यारम्भ, प्रस्थान आदि के लिए प्रशस्त मानी जाती है |
  • इस दिन शमी, आपटा, शस्त्र आदिकी पूजा की जाती है |
  • इस दिन श्री लक्ष्मी व्यंकटेश नवरात्र उत्सवकी समाप्ति होती है जिसमे पंचसूक्त पवमान के अभिषेकं द्वारा खिचड़ी एवं खीर का भोग चढ़ाया जाता है |
  • ग्रामीण इलाकोमे गायके गोबरके दस गोल दसरे बनाकर उसका पूजन किया जाता है |
  • गृहके विविध शस्त्र तथा प्रचलित पद्धतिकेनुसार वाहन, यन्त्र आदिकी पूजा भी इस दिन की जाती है |
  • शारदीय नवरात्रिका पर्व यह नवमीको समाप्त होता है और विजयादशमी को माता का पालकीसे सिमोलंघन के लिए प्रस्थान होता है |

आचारविधी

  • प्रातः उठकर अभ्यंग स्नान करे |
  • उत्तमोत्तम संकल्प करते हुए देवता पूजन करे |
  • नूतन वस्त्र परिधान कर शमी, आपटा आदि वृक्षोंका पूजन करे | तथा यह प्रार्थना करे |

शमी शमयते पापं शमी शत्रुविनाशिनी | धारिण्यर्जुन बाणानां रामस्य प्रियवादिनी ||
अश्मन्तक महावृक्ष महादोष निवारण | इष्टानां दर्शनं देहि शत्रूणां च विनाशनम् ||
अमन्गलानां शमनीं शमनीं दुष्कृतस्यच | दुःख प्रणाशिनीं धन्यां प्रपद्येऽहं शमीं शुभां ||

विद्यार्थियोंने सरस्वती पूजन करते हुए नया शिक्षा पाठ आरम्भ कर विद्याग्रहण करना चाहिए |

नमस्ते शारदे देवी सरस्वती मतिप्रदे |  वसत्वं मम जिव्हाग्रे सर्व विद्या प्रदाभव ||

महत्त्व

  • प्रभु रामचंद्र ने इसी दिन रावण का वध किया और विजयश्री प्राप्त की | इन्होने रावणके दस शिरोका हरण किया इसलिए इसे “दशहरा” ऐसा भी कहा जाता है |
  • अष्टभुजा महिषासुरमर्दिनि देवीने इसी दिन महिषासुराका वध किया और देवोंको विजय प्राप्त कराया |
  • पांडवोंका वनवास समाप्त होने पर उन्होंने शमी वृक्ष पर रखे अपने शस्त्र बाहर निकाले और दोनोका पूजन किया |
  • इस पावन पर्वपर अपने पारंपरिक ग्रन्थ, शस्त्र, यन्त्र आदिका पूजन किया है |
  • इस दिन को महत्त्वपूर्ण मुहूर्तोमे समाविष्ट किया गया है | सन्मार्गपर चलते हुए जीवन को शांति और समाधानी करनेहेतु, अविद्यापर विद्याका, अधर्मपर धर्मका, तमांधकारपर तेजका विजय मनानेका प्रतिक यह विजयादशमीका त्यौहार है |

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